Wednesday, 25 September 2019

28 वर्षीय सौरभ नाम के सिविल इंजिनियर की थाईलैंड मे मौत बनी रहस्यमई घटना

जिस घर मे बजनी थी शहनाई उस घर मे छा गया मातम एकलौता बेटा सौरभ घूमने गया था थाईलैंड लेकिन वापस नहीं लौटा बुझ गया शर्मा खानदान का चिराग शहनाई बजने की खुशी मातम के गम में बदल गई


पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर में रहने वाले सौरभ कि थाईलैंड के पटाया में संदिग्ध हालातों में मौत 28 वर्षीय सौरव जोकि थाईलैंड घूमने गया था वही उसकी स्विमिंग पूल में संदिग्ध हालत में मिली लाश दोस्तों के साथ बैचलर पार्टी करने गया था सौरभ|

सौरभ पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर में रहता था और पेशे से इंजीनियर था बठिं सिंडा  कंपनी में इंजीनियर बतौर काम करता था उसे घूमने का बहुत शौक था इसलिए वह हर साल कहीं ना कहीं घूमने जाया करता था इस बार उसके 5 6दोस्तों ने मिलकर थाईलैंड जाने का प्लान बनाया लेकिन जब जाने का वक्त आया तो एक ही दोस्त उसके साथ गया सब दोस्तों ने उसे जाने को मना कर दिया वहां जाकर वह अपने होटल में गया जो कि उसने बुक किया था वहां जाकर खाना पीना खाने के बाद स्विमिंग करने चला गया स्विमिंग करने के दौरान ही सौरभ को कुछ ऐसा हुआ उसको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और तुरंत ही उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया 36 घंटे अस्पताल में इलाज चलने के बाद सौरभ की मौत हो गई लेकिन सवाल यह है कि सौरभ के पिता ने जब होटल वालों से सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मांगी तो उन्होंने पुलिस पर टालते हुए दिखाने को साफ मना कर दिया और जब सौरभ के पिताजी ने पुलिस वालों से यह बात कही तो पुलिस वालों ने भी टाल दिया |

 परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे सौरभ की हत्या की गई है क्योंकि उनके वहां जाने के बाद पुलिस ने अपनी स्टेटमेंट भी चेंज की उन्हें वहां बताया गया कि सौरभ की हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी जब सौरभ के पिताजी ने पुलिस वालों से यह कहा कि अगर उसकी मौत हॉस्पिटल पहल पहुंचने से पहले ही हो गई थी तो इलाज किसका हुआ था और मेरे अस्पताल का बिल मैंने किस लिए दिया चोरा के पिताजी ने 18 लाख रुपए अस्पताल के बिल भरे थे तब पुलिस वालों ने फिर स्टेटमेंट चेंज कर दी और उसमें अस्पताल में इलाज के दौरान मौत लिख दी गई

 बताया यह भी जा रहा है कि सौरभ की 21 नवंबर की शादी थी यहां पे शादियां की धूमधाम से तैयारियां चल रही थी लेकिन वहां सौरभ अपनी आखिरी सांसें गिन रहा था पिता ने सोच-समझकर सारी तैयारियां कर रखी थी उनका बेटा वापस आएगा तो बड़ी धूमधाम से शादी करेंगे लेकिन उनको क्या पता था कि सौरभ नहीं वहां से सौरभ की लाश आएगी

 सौरभ के परिवार में सौरभ की दो बहनें और पिता है बहनों की शादी के बाद बाप बेटे साथ में रहते थे सौरव पर पिता को गर्व था पिता की आंखों का तारा थाईलैंड में कहीं खो गया और बुझ गया उस घर का चिराग सौरव इकलौता लड़का था सौरभ की मां का देहांत आज भी आज से करीब 10 साल पहले हो गया था तो घर में सौरव और सौरव के पिता ही रहते थे

 पिता को क्या पता था कि जिस कंधे पर उनका शब उठना था उसी को खुद कंधा देना पड़ेगा पिता का घर में रो रो कर बुरा हाल है

 बेबस और लाचार बाप इंसाफ की उम्मीद में बैठा है सौरव के पिताजी ने जांच के लिए होम मिनिस्ट्री को भी कई सारे पत्र लिखे हैं और दोबारा जांच के लिए दर-दर भटक रहे हैं


Wednesday, 28 August 2019

SAY NO TO PLASTIC AVOID PLASTIC SAVE ENVIRONMENT

बच्चों ने चलायी मुहीम प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने का  चलाया अभियान 




SAY NO TO PLASTIC

पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर के लवली पब्लिक स्कूल के बच्चों ने प्लास्टिक खिलाफ एक मुहीम शुरू की  जिसमे स्कूल के बच्चे स्कूल के प्रिंसिपल, डायरेक्टर और बाकि स्कूल के स्टाफ और बच्चों के परिजन भी शामिल हुए | 

और सड़को और बाजार मे जा  कर बच्चों ने अप्पील की है कि लोग प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें |



बच्चों ने बाजार मे जा कर नुकड़ नाटक द्वारा ये समझाया भी गया कि कैसे प्लास्टिक हमारे लिए नुकसान दायक है और प्रण भी लिया गया कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जायेगा |

बच्चों ने बताया कि प्लास्टिक केसे हमारे जीवन के लिये जान लेवा साबित होती है | 



और स्कूल के प्रिंसिपल और कृष्णा नगर सुधार समिति के प्रमुख ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी ने लाल किले से प्लास्टिक ख़त्म करने कि घोषणा की है जिसकी भूमिका निभाते हुए हमने ये कार्यक्रम ऐसी प्लास्टिक के खिलाफ मुहीम शुरू कि है |



उनका कहना है कि इसी तरह से लोगो को समझाया जायेगा और भारत को प्लास्टिक मुक्त भारत बनाया जायेगा 

चाइनीज़ मांझे ने काट दिया हेलमेट बाइक सवार हुआ गंभीर रूप से घायल

चाइनीज़ मांझे ने काट दिया हेलमेट बाइक सवार हुआ गंभीर रूप से घायल 







सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सडकों पर खुलेआम घूम रहे है मौत के धागे , पांच दिन में दूसरा मामला , चाइनीज मांझे ने बाईक सवार के चेहरे को काटा , 18  टांके आने के बाद बढ़ी मुश्किल से बची जान , पांच दिन पहले ही चाइनीज मांझे ने एक मासूम की ली थी जान , इन हादसों का आरोपी कौन ? ...... लोकेशन – न्यू उस्मानपुर ..... थाना एरिया – उस्मानपुर .......

राजधानी में चाइनीज मांझे का कहर लोगों की जान लेता जा रहा है ताजा मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर  इलाके का है जहां एक बाईक सवार अपने काम से घर जा रहा था उसी समय चाइनीज मांझे की चपेट में आने से उसके चहरे पर गंभीर घाव आये है चाइनीज मांझे ने थोड़ी देर में ही युवक को लहुलुहान कर दिया जिसके बाद उसे पास ही के अस्पताल में भारती कराया गई है लेकिन 18 टांको के बाद युवक की जान बच गई है ......

 अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेते हुए युवक का नाम गौरव गुप्ता है ...गौरव खुद को खुशनसीब मान  रहा है क्यूकि चाइनीज मांझे से उसकी जान बच गई है लेकिन अस्पताल में आने से पहले खून से लतपथ गौरव को ये नहीं पता था की उसकी जान बच भी पाएगी या नहीं ...मगर अस्पताल में आँखे के ऊपर  18  टाँके लगा कर भगवान बने डॉक्टर ने गौरव की जान तो बचा ली मगर दिल्ली में चाइनीज मांझे से हो रही घटनाएं चिंता का विषय है ....गौरव अपने परिवार के साथ सभापुर गावं सोनिया विहार में रहता है और गाँधी नगर में काम करता है .... बुधवार की शाम जैसे ही गौरव अपने घर की तरफ निकला तो पुस्ता रोड उस्मानपुर पर उसके हलमेट के शीशें को चीरता हुआ चाइनीज माँझा चहरे तक पहुच गया ......

हम आपको खबरदार कहना चाहिते है की जब भी आप अपने घर से निकले तो चाइनीज मांझे से खुद को कैसे बचाना है इस पर अवश्य विचार कर के निकले .... नहीं तो अगला शिकार आप भी हो सकते है ....और हां आप की जानकारी के लिए बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने चाइनीज मांझे को बैन किया हुआ है उनके बाबजूद भी मार्किट में बड़ी ही आसानी से आप को चाइनीज माँझा मिल जाता है .....पांच दिन पहले ठीक जन्माष्टमी के दिन इसी इलाके में एक चार साल की मासूम का चाइनीज मांझे से गला कटने से उसकी ददनाक मौत हो गई .....

 दिल्ली में चाइनीज मांझे से अब तक कितनी घटनाएं सामने आये है ये आंकड़ा तो नहीं है लेकिन क्या हम आकड़ो का इन्तेजार कर रहे है सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली में मौत के धागे बिक रहे है और सडकों पर बुजुर्ग से लेकर मासूमो को दर्दनाक मौत मिल रही है ना जाने अब तक चाइनीज मांझे ने कितनी जिंदगियां लील ली है ....फिर ये ही सवाल इन सब का जिमेदार कौन क्या उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी ....अगर होगी तो कब तक ....या अभी और हादसों का इन्तेजार है ........

28 वर्षीय सौरभ नाम के सिविल इंजिनियर की थाईलैंड मे मौत बनी रहस्यमई घटना

जिस घर मे बजनी थी शहनाई उस घर मे छा गया मातम एकलौता बेटा सौरभ घूमने गया था थाईलैंड लेकिन वापस नहीं लौटा बुझ गया शर्मा खानदान का चिराग शहना...