Wednesday 28 August 2019

चाइनीज़ मांझे ने काट दिया हेलमेट बाइक सवार हुआ गंभीर रूप से घायल

चाइनीज़ मांझे ने काट दिया हेलमेट बाइक सवार हुआ गंभीर रूप से घायल 







सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सडकों पर खुलेआम घूम रहे है मौत के धागे , पांच दिन में दूसरा मामला , चाइनीज मांझे ने बाईक सवार के चेहरे को काटा , 18  टांके आने के बाद बढ़ी मुश्किल से बची जान , पांच दिन पहले ही चाइनीज मांझे ने एक मासूम की ली थी जान , इन हादसों का आरोपी कौन ? ...... लोकेशन – न्यू उस्मानपुर ..... थाना एरिया – उस्मानपुर .......

राजधानी में चाइनीज मांझे का कहर लोगों की जान लेता जा रहा है ताजा मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर  इलाके का है जहां एक बाईक सवार अपने काम से घर जा रहा था उसी समय चाइनीज मांझे की चपेट में आने से उसके चहरे पर गंभीर घाव आये है चाइनीज मांझे ने थोड़ी देर में ही युवक को लहुलुहान कर दिया जिसके बाद उसे पास ही के अस्पताल में भारती कराया गई है लेकिन 18 टांको के बाद युवक की जान बच गई है ......

 अस्पताल में स्ट्रेचर पर लेते हुए युवक का नाम गौरव गुप्ता है ...गौरव खुद को खुशनसीब मान  रहा है क्यूकि चाइनीज मांझे से उसकी जान बच गई है लेकिन अस्पताल में आने से पहले खून से लतपथ गौरव को ये नहीं पता था की उसकी जान बच भी पाएगी या नहीं ...मगर अस्पताल में आँखे के ऊपर  18  टाँके लगा कर भगवान बने डॉक्टर ने गौरव की जान तो बचा ली मगर दिल्ली में चाइनीज मांझे से हो रही घटनाएं चिंता का विषय है ....गौरव अपने परिवार के साथ सभापुर गावं सोनिया विहार में रहता है और गाँधी नगर में काम करता है .... बुधवार की शाम जैसे ही गौरव अपने घर की तरफ निकला तो पुस्ता रोड उस्मानपुर पर उसके हलमेट के शीशें को चीरता हुआ चाइनीज माँझा चहरे तक पहुच गया ......

हम आपको खबरदार कहना चाहिते है की जब भी आप अपने घर से निकले तो चाइनीज मांझे से खुद को कैसे बचाना है इस पर अवश्य विचार कर के निकले .... नहीं तो अगला शिकार आप भी हो सकते है ....और हां आप की जानकारी के लिए बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने चाइनीज मांझे को बैन किया हुआ है उनके बाबजूद भी मार्किट में बड़ी ही आसानी से आप को चाइनीज माँझा मिल जाता है .....पांच दिन पहले ठीक जन्माष्टमी के दिन इसी इलाके में एक चार साल की मासूम का चाइनीज मांझे से गला कटने से उसकी ददनाक मौत हो गई .....

 दिल्ली में चाइनीज मांझे से अब तक कितनी घटनाएं सामने आये है ये आंकड़ा तो नहीं है लेकिन क्या हम आकड़ो का इन्तेजार कर रहे है सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली में मौत के धागे बिक रहे है और सडकों पर बुजुर्ग से लेकर मासूमो को दर्दनाक मौत मिल रही है ना जाने अब तक चाइनीज मांझे ने कितनी जिंदगियां लील ली है ....फिर ये ही सवाल इन सब का जिमेदार कौन क्या उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी ....अगर होगी तो कब तक ....या अभी और हादसों का इन्तेजार है ........

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